दोस्तों, दुनिया में बहोत से लोग ऐसे हैं जिन्हें प्यार की कवितायेँ पढ़ना बहोत अच्छा लगता है, तो दोस्तों यंहा पर आज मै आप सभी लोगों के लिए याह्या बूटवाला की बहोत ही सुन्दर कवितायेँ ले कर आया हूँ, जिसे पढ़ कर अच्छा और एक खूबसूरत अनुभव सुख मिलता है|
ये याह्या बूटवाला की एक प्रसिद्ध कविता है जिसने सोशल मिडिया पर बहोत की अच्छा प्रदर्शन किया है, अतः दोस्तों, मैंने यंहा पर याह्या बूटवाला की एक खूबसूरत कविता का हिंदी लिरिक लिखा है जिसे हर किसी को पढ़ने में आसानी हो|
मुझे आशा है दोस्तों आप सभी को भी ये कविता बहोत पसंद आएगी---
ये याह्या बूटवाला की एक प्रसिद्ध कविता है जिसने सोशल मिडिया पर बहोत की अच्छा प्रदर्शन किया है, अतः दोस्तों, मैंने यंहा पर याह्या बूटवाला की एक खूबसूरत कविता का हिंदी लिरिक लिखा है जिसे हर किसी को पढ़ने में आसानी हो|
मुझे आशा है दोस्तों आप सभी को भी ये कविता बहोत पसंद आएगी---
"हो सकता है तुम गलत हो"
पहली नजर में तुमने उसे पसंद कर लिया और उसने तुम्हे,
और
इस Love at first sight को,
तुम मोहब्बत कह रहे हो,
तो,
हो सकता है तुम गलत हो |
क्योंकि यार पहली नजर में तो हमें,
Antic चीजें भी पसंद हैं,
पर हम उसे घर में रखते हैं,
दिखावे के लिए|
बस क्योंकि देर रात तक तुम दोनों,
ढेर सारी बातें करते हो,
और
इसे तुम मोहब्बत समझते हो,
तो,
हो सकता है की गलत हो |
क्योंकि यार अकेले पन के मारे तो दो अनजान मुसाफिर
भी एक-दूसरे से बात कर ही लेते हैं|
अरे,
अगर किसी लड़की को देख कर वो तुम्हरा हाथ पकड़ लेती है,
और किसी लड़के को देखकर तुम उसका |
और,
इस cute jealousy को,
तुम मोहब्बत कह रहे हो,
तो, हो सकता है तुम गलत हो|
क्योंकि,
यार परिंदों को पकड़ा जाता है,
पिंजरों कैद करने लिए,
उन्हें आजाद करने के लिए नहीं|
बस,
क्योंकि अब तुम दोनों,
एक-दूसरे की बातों समझ पा रहे हो,
और इसे तुम मोहब्बत कहते हो,
तो हो सकता है तुम गलत हो |
क्योंकि याद रक्खो दो भूखे भिखारी भी,
एक-दूसरे की भूख समझ सकते हैं,
पर मिटा सकते |
अरे, अगर तुम anniversary का celebration,
हर महीने कर रहे हो,
और,
इसे तुम मोहब्बत कहते हो,
तो, हो सकता है की तुम गलत हो|
क्योंकि दांस्ताने इश्क़ बयां करने के लिए,
साल का कोई नंबर नहीं चाहिए होता है,
अरे,बस क्योंकि तुम उसकी instastorys को,
और वो तुम्हरी snapstorys का हिस्सा बन चुकी है,
और,
इसे तुम मोहब्बत कह रहे हो,
तो, हो सकता है तुम गलत हो|
क्योंकि, यार मोहब्बत को,
फिल्टरों के साथ सेव नहीं किया जाता है,
उसे बस उसी लम्हे में जिया है|
हाँ,
लेकिन-लेकिन अगर जिस्मों में उलझने से पहले,
तुम उसकी जुल्फों में उलझना चाहते हो,
और, वो बेख़ौफ़ अपना बचपना,
तुम्हारे सामने जाया कर देती है|
अगर उसके कपड़ों में बे-पर्दा होने से पहले,
तुम अपने सारे राज उसके सामने खोल दिए,
और उसने भी अपने सारे डर का जिक्र,
तुम्हारे सामने कर दिया है|
अगर उसका आँशु,
तुम्हारी ही कमीज पर बहता हो,
और तुम्हारे मुस्कान की वजह,
उसकी नादानियाँ ही हो तो शायद,
शायद नहीं यार यही प्यार है,
और ये अगर प्यार तुम्हे मिल गया हो,
तो,
उसे पकड़ लो, जकड लो, गले लागलो,
जंहा मौका मिले इसे कहते रहो की,
तुम इससे कितना प्यार करते हो|
क्योंकि ऐसी मोहब्बत से मुलाकात होने में,
ज़िंदगी का एक काफी लम्बा आरसा बीत है|
दोस्तों, अगर आपको यह कविता अच्छी लगी हो तो Like,share और comment अवश्य करें |
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